- प्रणव मुखर्जी रक्षा मंत्रालय चाहते हैं
- खुर्शीद और सिब्बल का नाम विदेश मंत्रालय के लिए
- चिदंबरम वापस पाना चाहते हैं वित्त मंत्रालय
- सुशील कुमार शिंदे का नाम गृह मंत्रालय के लिए
- ममता और करुणानिधि दोनों को चाहिए रेल मंत्रालय
- शशि थरूर को विदेश राज्यमंत्री बनाया जा सकता है
कांग्रेस पिछली बार के मंत्रालय तो अपने पास रखना चाहती है, साथ ही आईटी और कम्युनिकेशन और देश में राष्ट्रीय राजमार्ग की दशा सुधारने के लिए सड़क और परिवहन में भी अपने आदमी बिठाना चाहती है। रक्षा, विदेश, गृह, वित्त, मानव संसाधन जैसे मंत्रालय कांग्रेस के सबसे काबिल मंत्रियों के पास रहेंगे। कांग्रेस में प्रणब मुखर्जी, ए। के। एंटनी और चिदम्बरम सबसे योग्य और हरफनमौला मंत्रियों में माने जाते हैं। वित्त मंत्रालय को लेकर प्रधानमंत्री थोड़ी पसोपेश में हैं, क्योंकि पार्टी की पसंद उनकी निजी पसंद से नहीं मिल रही है। पार्टी की तरफ से प्रणब को मंत्रालय देने की बात आ रही है, जबकि मनमोहन अपने मनमुताबिक आदमी चाहते हैं, जिनमें चिदंबरम और मोंटेक सिंह का नाम शामिल है। अगर प्रणब वित्त मंत्रालय पा जाते हैं, तो चिदंबरम होम मिनिस्टर बने रहेंगे। एंटनी का रक्षा मंत्रालय संभालना लगभग तय है। उधर कपिल सिब्बल के नाम पर विदेश मंत्रालय जैसी अहम मुहर लग सकती है और अगर ऐसा नहीं हो पाता है, तो उन्हें मानव संसाधन मंत्रालय दिया जा सकता है। सलमान खुर्शीद भी इस बार अहम नामों में से हैं। सलमान को मानव संसाधन या अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय की कमान सौंपी जा सकती है। एनसीपी की तरफ से शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल दावेदार होंगे। नैशनल कॉन्फ्रेंस की तरफ से फारूक अब्दुल्ला खुद मंत्री बनना चाहते हैं।
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