ओबामा प्रशासन सरकारी नौकरी के इच्छुक प्रत्याशियों से आजकल यही सवाल पूछ रहा है। भोजपुरी या हरियाणवी जैसी क्षेत्रीय भाषाओं को भारतीय संविधान में भले ही जगह न मिल सकी हो लेकिन अमेरिका में सरकारी नौकरी पाने के लिए इनका ज्ञान जरूरी हो गया है। सरकार की कार्यकारी शाखा में राजनीतिक पदों को भरने के लिए जो आवेदन पत्र तैयार किया है उसमें भारत की 20 क्षेत्रीय भाषाओं को भी जगह मिली है।
ओबामा प्रशासन ने इन दिनों सरकार की कार्यकारी शाखा में हजारों पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की है। नियुक्ति के बारे में फैसला अगले कुछ महीनों में किया जाएगा। आवेदन पत्र में दुनियाभर की 101 भाषाओं में 20 भारतीय भाषाओं का उल्लेख भी है। आवेदनकर्ताओं से कहा गया है कि वह उन भाषाओं को ही चुने जिनका ज्ञान रखते हों। इसमें अवधी, भोजपुरी, छत्तीसगढ़ी, हरियाणवी, माघी व मरवाड़ी भी शामिल हैं। इन्हें अभी भारतीय संविधान की आठवीं सूची में शामिल नहीं किया जा सका है। आवेदन पत्र में जिन अन्य भारतीय भाषाओं का उल्लेख है उनमें असमी, बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मैथली, मलयाली, नेपाली, मराठी, उड़िया, पंजाबी, सिंधी, तामिल, तेलगू व उर्दू शामिल हैं। आवेदनकर्ताओं से उनके देश और निवास के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। भारतीय संविधान की आठवीं सूची में जिन 22 भाषाओं को शामिल किया गया है उनमें असमी, बांग्ला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयाली, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तामिल, तेलगू, उर्दू, बोडो, डोंगरी, मैथिली व संथाली शामिल हैं।
Sunday, February 15, 2009
भोजपुरी-हरियाणवी जानते हो-ओबामा
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