मेलबर्न। बहुचर्चित मंकीगेट विवाद में हरभजन सिंह का पक्ष लेने के लिए सचिन तेंदुलकर के खिलाफ टिप्पणी करके नया विवाद शुरू करने वाले आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट ने शुक्रवार को इस भारतीय स्टार बल्लेबाज से बात करके उन्हें अपनी आने वाली किताब में की गई टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया।
सचिन तेंदुलकर ने शुक्रवार को कहा, 'गिलक्रिस्ट ने मुझे फोन करके कहा कि उनकी टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और उन्होंने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट की।' सचिन के अनुसार गिलक्रिस्ट ने कहा, 'मेरे बयान को मुद्दे से अलग ले जाकर बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया।' इस आस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने अपनी आत्मकथा 'ट्रू कलर्स' में इस घटना पर चार पेज लिखे है लेकिन मीडिया ने सिर्फ दो वाक्यों का हवाला दिया। इस पूर्व आस्ट्रेलियाई उप कप्तान ने यह भी कहा कि वह शनिवार को छपने वाले अपने लेख में इस वाकये के दूसरे पहलू से सबको रूबरू कराएंगे।
इससे पहले इस पूर्व विकेटकीपर ने अपनी आत्मकथा 'ट्रू कलर्स' में लिखा है कि सचिन ने सिडनी टेस्ट में हुए भज्जी-सायमंड्स विवाद में अपना बयान बदलते हुए दोषी होने के बावजूद हरभजन का पक्ष लिया। गिलक्रिस्ट की आत्मकथा के कुछ अंश गुड वीकेंड पत्रिका में छपे हैं। गिलक्रिस्ट खास तौर पर तेंदुलकर के बर्ताव से दुखी थे। उन्होंने लिखा है कि तेंदुलकर ने सुनवाई में पहले कहा कि वह सुन नहीं पाए कि हरभजन ने क्या कहा था। बाद में अपील के दौरान सचिन ने कहा कि हरभजन ने हिंदी में कुछ कहा था जो मंकी की तरह सुनाई दिया। गिलक्रिस्ट के अनुसार हरभजन निश्चित तौर पर दोषी था और दौरा वापस लेने की भारत की धमकी अपमानजनक कार्रवाई थी।
सचिन तेंदुलकर ने शुक्रवार को कहा, 'गिलक्रिस्ट ने मुझे फोन करके कहा कि उनकी टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और उन्होंने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट की।' सचिन के अनुसार गिलक्रिस्ट ने कहा, 'मेरे बयान को मुद्दे से अलग ले जाकर बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया।' इस आस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने अपनी आत्मकथा 'ट्रू कलर्स' में इस घटना पर चार पेज लिखे है लेकिन मीडिया ने सिर्फ दो वाक्यों का हवाला दिया। इस पूर्व आस्ट्रेलियाई उप कप्तान ने यह भी कहा कि वह शनिवार को छपने वाले अपने लेख में इस वाकये के दूसरे पहलू से सबको रूबरू कराएंगे।
इससे पहले इस पूर्व विकेटकीपर ने अपनी आत्मकथा 'ट्रू कलर्स' में लिखा है कि सचिन ने सिडनी टेस्ट में हुए भज्जी-सायमंड्स विवाद में अपना बयान बदलते हुए दोषी होने के बावजूद हरभजन का पक्ष लिया। गिलक्रिस्ट की आत्मकथा के कुछ अंश गुड वीकेंड पत्रिका में छपे हैं। गिलक्रिस्ट खास तौर पर तेंदुलकर के बर्ताव से दुखी थे। उन्होंने लिखा है कि तेंदुलकर ने सुनवाई में पहले कहा कि वह सुन नहीं पाए कि हरभजन ने क्या कहा था। बाद में अपील के दौरान सचिन ने कहा कि हरभजन ने हिंदी में कुछ कहा था जो मंकी की तरह सुनाई दिया। गिलक्रिस्ट के अनुसार हरभजन निश्चित तौर पर दोषी था और दौरा वापस लेने की भारत की धमकी अपमानजनक कार्रवाई थी।
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