- कॉलिज की 2 लड़कियां आपस में बातें कर रही थीं। पहली: पता नहीं लड़के अकेले में कैसी-कैसी बातें करते हैं ? दूसरी: इसी तरह की जैसी हम करती हैं और कैसी ? पहली: सच ? दूसरी: हां , और क्या ? पहली: हाय राम! ये लड़के कितने बेशर्म होते हैं
- समंदर किनारे एक लड़की आई और एक-एक कपड़े उतारने लगी। पास ही एक सिपाही खड़ा देख रहा था। जब लड़की नहाने के लिए पानी में उतरने लगी तो सिपाही दौड़ा-दौड़ा आया। सिपाही: इस किनारे पर नहाना मना है। लड़की: तुमने पहले क्यों नहीं बताया , इतनी देर से तो देख रहे थे ? सिपाही: कपड़े उतारना मना नहीं है , खूब उतारो। लेकिन नहाने की मनाही है।
- मिसिज़ संता हड़बड़ी में डेंटिस्ट की क्लिनिक में पहुंचीं। मिसिज़ संता : डॉक्टर साहब ! मैं बहुत जल्दी में हूं। मुझे एक जरूरी मीटिंग में जाना है इसलिए एनस्थीज़िया के बिना ही जल्दी से दांत निकाल दीजिए। डॉक्टर : कमाल की बहादुर औरत हैं आप ! ठीक है , जैसी आपकी मर्जी। इस कुर्सी पर बैठ जाइए और बताइए कौनसे दांत में दर्द है ? मिसिज़ संता ने मिस्टर संता को आवाज दी : चलो जी ! डॉक्टर साहब को दांत दिखाओ
- संता : बड़े परेशान नजर आ रहे हो , आखिर बात क्या है ? बंता : क्या बताऊं दोस्त , समझ में नहीं आ रहा कि क्या करूं ! संता : लेकिन हुआ क्या है ? बंता : तुम तो जानते हो कि मेरी शादी नहीं हो रही थी। पिछले दिनों एक स्वामी जी मिल गए। उन्होंने मुझे दो पुड़िया दीं और बोले कि जो लड़की तुम्हें पसंद आए , उसे किसी तरह पुड़िया नंबर - एक खिला देना , तुम्हारी शादी उससे पक्की हो जाएगी। शादी के फौरन बाद पुड़िया नंबर - दो खिला देना , एक साल बाद वह एक बच्चे को जन्म देगी। संता : तो फिर ? बंता : फिर क्या , मुझे एक लड़की पसंद आ गई। मैंने उसे पुड़िया खिला दी। उससे मेरी सगाई हो गई और सगाई होते ही वह डेढ़ साल के लिए अमेरिका चली गई है। जाते - जाते कह गई कि आते ही धूमधाम से शादी करेंगे। संता : यह तो अच्छी खबर है। इसमें परेशान होने की क्या बात है ? बंता : मुझे अभी कुछ देर पहले ही पता चला कि मैंने गलती से उसे पुडि़या नंबर - दो खिला दी थी।
- एक भिखारी ने दरवाजे पर आवाज़ लगाई : दाता के नाम पर रोटी दे दो। भीतर से आवाज आई, ममी घर में नहीं हैं। भिखारी : मैं रोटी मांग रहा हूं , तुम्हारी ममी नहीं।
- संता : ज़रा , टूथब्रश देना , मेरे ब्रश का एक बाल टूट गया है। दुकानदार : एक ही बाल तो टूटा है , नया लेकर क्या करोगे ? संता : जो टूटा था , वह आखिरी बाल था।
- संता जी अपनी पत्नी और छोटी बच्ची के साथ खरीदारी करने निकले। बच्ची ने पपीता देखकर कहा , ' पापा पपीता खरीद दीजिए। ' संता जी ने कहा , ' अरे यह कोई पपीता है , यह तो पपीती है , पपीता तो अपने पंजाब में होता है। ' आगे चलकर बच्ची को सन्तरा दिखा। बच्ची ने फिर कहा , ' पापा सन्तरा खरीद दीजिए। ' संता ने फिर वही दोहराया , ' अरे यह कोई सन्तरा है , यह तो सन्तरी है , सन्तरा तो अपने पंजाब में होता है। ' कुछ और आगे चलने के बाद बच्ची को केला दिखा। बच्ची ने अब केला खरीदने का आग्रह किया। संता जी ने फिर वही कहा , ' अरे यह कोई केला है , यह तो केली है , केला तो अपने पंजाब में होता है। ' इस बार संता की पत्नी आपे से बाहर हो गई। बोली , ' चुप रह बेटी ! यह कोई पापा हैं , यह तो पापी हैं , पापा तो अपने पंजाब में हैं।
Monday, October 27, 2008
उफ, ये बेशर्म लड़के!
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