मेलबोर्न
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट ने सिडनी टैस्ट के मामले में सचिन तेंदुलकर की ईमानदारी पर शक जाहिर किया है। गिलक्रिस्ट के इस कथन से एक बार फिर हरभजन सिंह-सायमंड्स प्रकरण को हवा मिल सकती है। गिलक्रिस्ट ने पत्रिका ‘गुडविकैंड’ में प्रकाशित अपनी आत्मकथा में लिखा कि सचिन से झूठी गवाही की उम्मीद नहीं थी।
उन्हें सत्य का साथ देना चाहिए था जैसी कि उनसे अपेक्षा की गई थी। उन्होंने इसके विपरीत हरभजन का बचाव करने के लिए झूठी गवाही दी। आईसीसी द्वारा जांच के लिए नियुक्त न्यायमूर्ति के सामने सचिन ने कहा कि हरभजन ने सायमंड्स को ‘मंकी’ नहीं कहा था बल्कि हिंदी में कुछ कहा था जो मैं सुन नहीं सका।
गिलक्रिस्ट ने लिखा कि सच तो यह है कि हरभजन दोषी थे लेकिन टीम इंडिया प्रबंधन द्वारा बार-बार स्वदेश वापसी की धमकी के कारण मामला भज्जी के पक्ष में झुक गया। गिलक्रिस्ट ने यहां तक कहा कि सचिन व हरभजन विवादों को भूला कर हमसे हाथ मिलाने की औपचारिकता भी नहीं निभाते थे।
यह बहुत ही दुखद था जिसकी हम अपेक्षा नहीं करते थे। इसके विपरीत ऑस्ट्रेलिया टीम मैदान में भले ही कठोर विपक्षी हो लेकिन मैच खत्म होने के बाद सभी खिलाड़ी गर्मजोशी से विपक्षी टीम से हाथ मिलाते हैं।
Friday, October 24, 2008
सचिन झूठे हैं: गिलक्रिस्ट
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