मुंबई : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे भले भूमिपुत्रों के सबसे बड़े पैरोकार होने का दावा करते हों, जब बात उनकी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी की आती है तो वे अपनी विदेशी लाइफ स्टाइल पर भी कोई समझौता नहीं करते। यह बात हाल में तब सामने आई जब उत्तर भारतीय छात्रों की पिटाई के मामले में उन्हें एक रात पुलिस लॉकअप में गुजारनी पड़ी।
पिछले मंगलवार को डोंबिवली पुलिस लॉकअप में हालांकि राज ठाकरे को प्रशंसक बहुत मिले, लेकिन उन्हें वहां का देसी शैली का शौचालय रास नहीं आया। उन्हें पाश्चात्य शैली के टॉइलट की आदत है। रात तो जैसे-तैसे कट गई, लेकिन सुबह में उन्हें टॉइलट की ज़रूरत महसूस हुई। उनके पूछने पर जब थाने के स्टाफ ने बताया कि इस टॉइलट का कोई विकल्प नहीं है, तो भी राज उसका इस्तेमाल करने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने दबा लेना बेहतर समझा।
पुलिस थाने से जुड़े सूत्रों के मुताबिक राज को पूरा भरोसा था कि उन्हें अगले दिन बेल मिल ही जाएगी। वह जानते थे कि थोड़ी देर में घर पहुंच जाएंगे। इसीलिए उन्होंने देसी टॉइलट का इस्तेमाल नहीं किया।
Saturday, October 25, 2008
पर टॉइलट चाहिए विदेशी
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment
आपकी टिप्पणी हमारे लिए बेहद खास है।
अत: टिप्पणीकर उत्साह बढ़ाते रहें।
आपको टिप्पणी के लिए अग्रिम धन्यवाद।