Monday, February 16, 2009

आम आदमी को कुछ नहीं, कृषि पर जोर


नई दिल्ली। वैश्विक आर्थिक मंदी में देश की अर्थव्यवस्था पर कम से कम असर पडने देने की जी तोड कोशिशों और चुनावी मौसम में सौगातें लुटाने की मजबूरियों के तालमेल के बीच आज प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा में संप्रग सरकार का अंतरिम बजट पेश किया। हालांकि, बजट में सीधे तौर पर आम आदमी को कोई राहत प्रदान नहीं की गई है। लेकिन कृषि पर विशेष जो दिया गया है। संसद में बजट भाषण पेश करते हुए प्रणब मुखर्जी ने किसानों को असली नायक बताया और ऎलान किया कि किसानों को 7 फीसदी की ब्याज दर पर लोन जारी रहेगा।

भारत निर्माण के लिए 40900 करोड

आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रणब मुखर्जी ने वर्ष 2009-10 के लिए कुल 9 लाख 53 हजार 231 करोड रूपए के अनुमानित व्यय का पिटारा खोला है। बजट भाषण पेश करते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा कि नौ लाख करोड से भी अधिक के अनुमानित व्यय में भारत निर्माण के लिए 40 हजार 900 करोड रूपए का आवंटन किया गया है। वहीं, वर्ष 2009-10 में जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन पर 11 हजार 842 करोड, राजीव गांधी ग्रामीण पेयजल मिशन पर 7400 करोड रूपए, ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम पर 1200 करोड तथा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन पर 12 हजार 70 करोड रूपए खर्च करने का प्रस्ताव रखा गया है।

रक्षा क्षेत्र का बजट बढा

मुंबई हमलों को देखते हुए रक्षा क्षेत्र में बजट बढाने का प्रस्ताव रखा गया है। रक्षा क्षेत्र का बजट बढाकर एक लाख 41 हजार 703 रूपए कर दिया गया है। रक्षा क्षेत्र के लिए 9000 करोड रूपए का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि मुम्बई हमलों के बाद सुरक्षा वातावरण बिगडा है और ऎसे में देश के रक्षा बलों को तेजी से आधुनिक बनाने की आवश्यकता है।

1.2 करोड नौकरियों का लक्ष्य

प्रणब मुखर्जी ने मंदी से निपटने के लिए करों में 40 हजार करोड रूपए की राहत देने की बात की गई है। हालांकि, आयकर में किसी तरह की छूट नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि मंदी के दौर में कर भी कम होने चाहिए। प्रणब मुखर्जी ने बजट में 1।2 करोड रूपए का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, नरेगा योजना के लिए 30 हजार 100 करोड रूपए के आवंटन का प्रस्ताव है।

किसानों को राहत

प्रणब मुखर्जी ने बजट में किसानों के लिए राहत का ऎलान किया है। किसानों को तोहफा देते हुए उन्होंने कहा कि किसानों को 7 फीसदी ब्याज दर पर लोन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि देश में अनाज का पर्याप्त भंडार है। उन्होंने कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी देश में सवा दो करोड टन गेहूं का उत्पादन हुआ है। पांच सालों में गेंहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 630 रूपए से बढाकर 1080 रूपए प्रति क्विंटल किया गया। वहीं, इसी अवधि में धान का समर्थन मूल्य 580 रूपए से बढकर 900 रूपए प्रति क्विंटल हो गया।

शिक्षा पर जोर

शिक्षा पर जोर देते हुए प्रणब मुखर्जी ने स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के लिए 26 हजार 800 करोड रूपए का प्रावधान किया। उन्होंने कहा कि सर्वशिक्षा अभियान ने सबको प्रारंभिक शिक्षा सुलभ कराने और विकास में अहम योगदान दिया है। उन्होंने शिक्षा के महत्व को देखते हुए वर्ष 2009-10 के लिए इस कार्यक्रम में 13 हजार 100 करोड रूपए के आवंटन का प्रस्ताव किया। इसके साथ ही अनुमानित बजट में मिड डे मील योजना को काफी अहम बताया गया है। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि स्कूलों में दोपहर का भोजन मुहैया कराने से भुखमरी की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सका है। इसलिए इस क्षेत्र में 8000 करोड रूपए के आवंटन की घोषणा की है।

बाजार को रास न आया बजट

मुंबई। केन्द्र सरकार द्वारा आज पेश किए गए अंतरिम बजट का शेयर बाजारों पर विपरीत असर पडा है और भारतीय शेयर बाजार बुरी तरह लुढक गए हैं। बजट में शेयर बाजारों को प्रोत्साहित करने के लिए कोई विशेष घोषणा नहीं होने से बिकवाली का दबाव रहा। मुंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और एनएसई का संवेदी सूचकांक निफ्टी दोनों ही गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं।

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