लॉर्ड्स के मैदान में नेटवेस्ट ट्रॉफी जीतने के बाद बालकनी में सौरभ गांगुली का कमीज उतारकर लहराने वाला दृश्य हर भारतीय क्रिकेटप्रेमी को रोमांचित करता है लेकिन खुद पूर्व भारतीय कप्तान इसके लिए शर्मिन्दा हैं। सौरभ गांगुली ने कहा, ' जीत से हम इतने खुश थे कि मैने शर्ट उतार दी, लेकिन अब उसके बारे में सोचकर शर्म आती है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके गांगुली ने आक्रामकता को टीम के लिए जरूरी बताते हुए कहा, ' खिलाड़ी आक्रामक तरीके से खेलते हैं तो उनका आत्मविश्वास बढ़ जाता है। '
उन्होंने कहा कि नेटवेस्ट फाइनल में लॉर्ड्स पर मिली जीत से पहले शाम प्रैक्टिस के दौरान मेरी कोच जॉन राइट से बहस हो गई थी। बाद में हम दोनों में बात ही नहीं हुई। अगले दिन मैं अच्छा खेला और टीम भी जीत गई। उसके बाद राइट ने कहा कि वह चाहते थे कि मैं इसी मूड में बल्लेबाजी करूं। एक समय कोच ग्रेग चैपल के साथ अपने कटु संबंधों के कारण टीम में स्थान गंवा चुके दादा ने एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर भी खुलकर बात की।
उन्होंने गुरु ग्रेग के बारे में कहा, ' भारतीय क्रिकेट में जो अच्छा प्रदर्शन करेगा वह हीरो होगा और जो नाकाम रहेगा वह खलनायक। हमें लगा था कि चैपल भारतीय क्रिकेट की मदद करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। '
मैच जीतने के लिए तरह-तरह के टोटकों पर यकीन करने वाले गांगुली ने बताया कि वह कभी बांए पैर का पैड पहले पहना करते थे। उन्होंने कहा, ' एक बार पाकिस्तान के खिलाफ मैने 200 रन बनाए। उस समय मैं होटल के कमरा नंबर-315 में रुका था। दूसरी बार किसी टीम के खिलाफ दोबारा वहां गया तो मैने वही कमरा मांगा। '
उन्होंने एक और खुलासा करते हुए कहा कि सचिन तेंडुलकर को वह पिछले 13 साल से बांग्ला सिखाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह तीन लाइन से ज्यादा नहीं सीख सके।
हिन्दी फिल्मों के भी शौकीन दादा को करीना कपूर बेहद पसंद है लेकिन उनका साइज ज़ीरो फिगर उन्हें नहीं भाता। उन्होंने कहा, ' वह रिफ़्यूजी में जैसी थीं, वैसी ही बहुत अच्छी लगती हैं। ऐक्टर में अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान पसंद है। दादा की पसंदीदा फिल्मों में ' दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे ' शामिल है।
उन्होंने कहा कि नेटवेस्ट फाइनल में लॉर्ड्स पर मिली जीत से पहले शाम प्रैक्टिस के दौरान मेरी कोच जॉन राइट से बहस हो गई थी। बाद में हम दोनों में बात ही नहीं हुई। अगले दिन मैं अच्छा खेला और टीम भी जीत गई। उसके बाद राइट ने कहा कि वह चाहते थे कि मैं इसी मूड में बल्लेबाजी करूं। एक समय कोच ग्रेग चैपल के साथ अपने कटु संबंधों के कारण टीम में स्थान गंवा चुके दादा ने एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर भी खुलकर बात की।
उन्होंने गुरु ग्रेग के बारे में कहा, ' भारतीय क्रिकेट में जो अच्छा प्रदर्शन करेगा वह हीरो होगा और जो नाकाम रहेगा वह खलनायक। हमें लगा था कि चैपल भारतीय क्रिकेट की मदद करेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। '
मैच जीतने के लिए तरह-तरह के टोटकों पर यकीन करने वाले गांगुली ने बताया कि वह कभी बांए पैर का पैड पहले पहना करते थे। उन्होंने कहा, ' एक बार पाकिस्तान के खिलाफ मैने 200 रन बनाए। उस समय मैं होटल के कमरा नंबर-315 में रुका था। दूसरी बार किसी टीम के खिलाफ दोबारा वहां गया तो मैने वही कमरा मांगा। '
उन्होंने एक और खुलासा करते हुए कहा कि सचिन तेंडुलकर को वह पिछले 13 साल से बांग्ला सिखाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह तीन लाइन से ज्यादा नहीं सीख सके।
हिन्दी फिल्मों के भी शौकीन दादा को करीना कपूर बेहद पसंद है लेकिन उनका साइज ज़ीरो फिगर उन्हें नहीं भाता। उन्होंने कहा, ' वह रिफ़्यूजी में जैसी थीं, वैसी ही बहुत अच्छी लगती हैं। ऐक्टर में अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान पसंद है। दादा की पसंदीदा फिल्मों में ' दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे ' शामिल है।
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