साइंस की दुनिया में एक और चमत्कार ! वैज्ञानिकों ने 16 साल पहले मरे हुए चूहे को जिंदा कर दिया है। इस चमत्कार के बाद अब यह संभावना जताई जाने लगी है ki वैज्ञानिक मरे हुए इंसानों को भी जिंदा करने में कामयाब होंगे। डेली मेल में छपी रिपोर्ट के अनुसार, जापानी वैज्ञानिकों की एक टीम ने 16 साल पहले मरे हुए चूहे का जिंदा क्लोन तैयार किया है, जो हूबहू उसी के जैसा है और उसी के जैसा व्यवहार करता है। यह चूहा पूरी तरह से स्वस्थ है।
जापान में हुए इस प्रयोग के लिए वैज्ञानिकों ने 1100 बार कोशिश की, पर सात बार ही वे कामयाब हो सके। यह पहला मौका है, जब साइंटिस्ट किसी मरे हुए जानवर का क्लोन तैयार करने में कामयाब हुए हैं। आज से 11 साल पहले इंग्लैंड के साइंटिस्टों ने डॉली नामक भेड़ का क्लोन तैयार कर साइंस की दुनिया को चौंका दिया था। तभी से यह कयास लगाया जाने लगा था कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब वैज्ञानिक मरे हुए जानवरों का क्लोन बनाने में कामयाब होंगे और साइंटिस्टों ने कमाल दिखा ही दिया। कोब के रिकन सेंटर फॉर डिवेलपमंटल बायॉलजी के तेरूहिको वाकायामा इस बारे में कहते हैं, ' हमने इस प्रयोग के जरिए यह दिखा दिया है कि मरे हुए जानवारों के भी क्लोन तैयार हो सकते हैं। ' वैज्ञानिकों का मानना है कि इस कामयाबी के कई फायदे हैं। इस चमत्कार के बाद वैज्ञानिक लुप्तप्राय हो चुके जानवरों की कई प्रजातियों को फिर से जिंदा करने में कामयाब हो सकेंगे, जिससे पर्यावरण का संतुलन बना रहेगा। हालांकि कुछ आलोचकों ने इस प्रयोग पर अंगुली भी उठाई है। उनका कहना है कि इस प्रयोग के बाद लोग अपने मरे हुए पूर्वजों को फिर से जिंदा करने पर जोर देंगे।
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