Thursday, January 8, 2009

'मुंबई हमलों में पाक अफसरों का हाथ'


लंदन: प्रसिद्ध ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट अंसार बर्नी का कहना है कि जिस तरह अजमल कसब की राष्ट्रीयता के मामले अंसार बर्नीपर पाक सरकार ने भूमिका अदा की, उससे पाकिस्तान की किरकिरी हुई है। उन्होंने मांग की कि इस मामले पर गृह मंत्रालय के प्रमुख रहमान मलिक को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
साथ ही बर्नी ने कहा कि सरकार की गंदी भूमिका यह साबित करती है कि कुछ पाकिस्तानी अधिकारी या दल निश्चित तौर पर मुंबई में हुए जघन्य अपराध में शामिल हैं। बर्नी ने कहा कि देश या विदेश में किसी पाकिस्तानी के किसी अपराध या आतंकवादी कार्रवाई में शामिल होने का यह अर्थ नहीं है कि पूरा देश ही उस मामले में लिप्त है।
पाकिस्तान के पूर्व मानवाधिकार मंत्री बर्नी ने बुधवार रात जारी एक बयान में कहा कि पहले से ही यह जाहिर था कि मुंबई हमलों में गिरफ्तार एकमात्र आतंकवादी पाकिस्तान का निवासी है। लेकिन उसकी राष्ट्रीयता को गृह मंत्रालय द्वारा स्वीकार नहीं करने से इस मामले में पाकिस्तान के सीधे शामिल होने को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। दुनिया के कुछ देश पाकिस्तान को शक की नजरों से देख रहे हैं। हाल में अजमल के गांव गए एक दल ने इस बात की पुष्टि की थी कि वह पाकिस्तानी नागरिक है और अब उसके माता-पिता गांव से लापता हैं।
मानवाधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि गृह मामलों के लिए प्रधानमंत्री के सलाहकार ने अज्ञात उद्देश्यों से इस मामले को पूरी तरह गलत ढंग से पेश किया, जिससे अब पाकिस्तान के लिए और समस्याएं पैदा होंगी। पाकिस्तान ने लगातार इनकार करते रहने के बाद बुधवार को भारत की इस दलील को स्वीकार कर लिया था कि कसब पाकिस्तान का ही नागरिक है।
उन्होंने कहा कि सरकार की गंदी भूमिका यह साबित करती है कि कुछ पाकिस्तानी अधिकारी या दल निश्चित तौर पर मुंबई में हुए जघन्य अपराध में शामिल हैं। बर्नी ने भारत सरकार से आग्रह किया कि वह अजमल कसब से उन्हें मुलाकात की इजाजत दे, ताकि सच सामने आ सके, क्योंकि उसकी गिरफ्तारी भी कई तरीकों से संदिग्ध है।

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