Saturday, January 31, 2009

यूकी भांबरी बने जूनियर किंग






  • आस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट में लड़कों का एकल खिताब जीता
  • जर्मनी के अलेक्जेंड्रोस फर्डिनांदोस जार्जोदास को 6-3, 6-1 से दी शिकस्त
  • जूनियर ग्रैंड स्लैम एकल खिताब जीतने वाले तीसरे भारतीय बने
मेलबर्न।भारत के प्रतिभाशाली खिलाड़ी और भविष्य की उम्मीद यूकी भांबरी ने आस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट में तिरंगा बुलंद करते हुए लड़कों का एकल खिताब जीत लिया। विश्व के नंबर दो जूनियर खिलाड़ी यूकी ने खिताबी मुकाबले में जर्मनी के अलेक्जेंड्रोस फर्डिनांदोस जार्जोदास को 6-3, 6-1 से पराजित किया। इसके साथ ही वह जूनियर ग्रैंड स्लैम एकल खिताब जीतने वाले तीसरे भारतीय बन गए है।
इससे पहले यह उपलब्धि रमेश कृष्णन और लिएंडर पेस को हासिल थी। रमेश कृष्णन ने 1979 में फ्रेंच ओपन और विंबल्डन के जूनियर खिताब जीते थे जबकि पेस ने 1990 में विंबल्डन का जूनियर खिताब और 1991 में यूएस ओपन का जूनियर खिताब जीता था।
सोलह वर्षीय यूकी गत वर्ष यहां सेमीफाइनल में हार गए थे लेकिन इस बार वह न केवल फाइनल में पहुंचे बल्कि आखिरी बाधा भी पार की। उन्होंने फाइनल में अपने जर्मन प्रतिद्वंद्वी को मात्र 57 मिनट में दिन में तारे दिखा दिए। दिल्ली के यूकी ने खिताबी मुकाबले में हर लिहाज से अपनी श्रेष्ठता साबित की। उनका कोर्ट कवरेज और आत्मविश्वास इतना जबरदस्त था कि उनके गैर-वरीयता प्राप्त प्रतिद्वंद्वी को मैच में प्रभाव छोड़ने का एक भी मौका नहीं मिल पाया। भारतीय खिलाड़ी ने पूरे मैच में अपने जर्मन खिलाड़ी को एक भी ब्रेक अंक नहीं दिया जबकि अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस पर सात ब्रेक अंकों में से चार को भुनाया।
फाइनल में पहुंचा जर्मनी खिलाड़ी पूरे मैच में भारतीय खिलाड़ी की शानदार सर्विस और सटीक ग्राउंडस्ट्रोक को मुकाबला नहीं कर सका। जर्मन खिलाड़ी ने मैच में लगातार बेजा भूले की जिसका यूकी ने पूरा फायदा उठाया। यूकी ने बेसलाइन में खेलते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी को बराबर दबाव में बनाये रखा।

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