Wednesday, December 3, 2008

पाकिस्तान ने कहा, नहीं देंगे आतंकवादी


पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज मोहम्मद सईद और अन्य भगौड़ों को सौंपने की भारत की मांग खारिज दी है। उन्होंने गिरफ्तार किए गए आतंकवादी के पाकिस्तानी नागरिक होने पर भी संदेह जताया है।

मुंबई हमलों पर कड़ा विरोध जताते हुए नई दिल्ली ने दो दिन पहले ही 20 भगौड़े आतंकवादियों को भारत के सुपुर्द किए जाने की मांग की थी। उन्होंने मंगलवार रात सीएनएन पर कि कहा हमारे पास सबूत होते तो हम अपनी अदालतों में उन पर मुकदमा चलाते। उन पर हम हमारे यहां मुकदमा चलाएंगे और हम ही उन्हें सजा देंगे।

पाकिस्तान को सौंपी गई भारत के मोस्ट वॉन्टेड 20 अपराधियों की सूची में अपराध जगत के सरगना दाऊद इब्राहिम और जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के नाम शामिल हैं। भारत ने कहा था कि हम पाकिस्तान के जवाब का इंतजार करेंगे। विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि देश को अपनी एकता की रक्षा करने का अधिकार है और वह कार्रवाई करेगा। पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भारत के इस दावे पर भी संदेह है कि मुंबई हमलों के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों ने जिस बंदूकधारी को पकड़ा, वह पाकिस्तानी है। जरदारी ने कहा ऐसा कोई सबूत नहीं दिया गया है जिससे साबित हो कि वह पाकिस्तानी ही है। जरदारी ने मुंबई हमलों में पाकिस्तान की भूमिका होने से इंकार करते हुए कहा कि आतंकवादियों का किसी देश से कोई सरोकार नहीं होता। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक राजधानी पर हमले उन लोगों ने किए जो दुनिया को बंधक बनाना चाहते हैं। उन्होंने पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध की किसी संभावना को खारिज करते हुए कहा कि लोकतंत्र युद्ध नहीं करते।

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