Tuesday, November 11, 2008

महाराज बनकर रहे गांगुली


अपने पहले इंटरनैशनल दौरे में ही दुनिया भर की नज़रों में हठी और घमंडी बनने वाले सौरव गांगुली अपनी इच्छाशक्ति से देश के सबसे कामयाब कप्तान बने। उन्होंने तमाम विपरीत परिस्थितियों में वापसी का जज्बा दिखाकर दुनिया भर के क्रिकेटरों और खेल प्रेमियों को अपना कायल बना दिया। उन्होंने इंडियन क्रिकेटर के अंदर जीत का जज्बा भरा।

गांगुली यानी महाराज को कुछ ने भले ही नकारात्मक रूप में पेश करने की कोशिश की हो , लेकिन बाएं हाथ का बल्लेबाज़ वास्तव में क्रिकेट का महाराज बनकर रहा। गांगुली ने भारतीय क्रिकेट को उस मुकाम पर पहुंचाया जिसकी पहले सिर्फ कल्पना की जाती थी। उन्हें लेकर कई सवाल उठते रहे लेकिन कोई इस बात को नहीं नकार सकता कि वह भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। भारत को दूसरी टीमों में आतंक पैदा करने वाली टीम उन्होंने ने ही बनाया। वनडे क्रिकेट के वह ऑल टाइम ग्रेट्स में हमेशा शामिल रहेंगे।

गांगुली का करियरः गांगुली ने अपने करियर में 113 टेस्ट मैच की 188 पारियों में 42 .17 की औसत से 7212 रन बनाए , जिसमें 16 सेंचुरी और 35 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। इसके अलावा 311 वनडे मैचों की 300 पारियों में उन्होंने 41.02 की औसत से 11, 663 रन बनाए , जिसमें 22 सेंचुरी और 72 हाफ सेंचुरी शामिल हैं।

गांगुली को 1992 में आस्ट्रेलियाई दौरे पर गई भारतीय टीम में जगह दी गई थी , जहां उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ ब्रिस्बेन में 11 जनवरी को अपना पहला वनडे मैच खेला। लेकिन 12 वें बल्लेबाज की भूमिका निभाने से इन्कार करने के कारण उन पर हठी होने के आरोप लगे और अगले चार साल तक यह सितारा घरेलू क्रिकेट में खो गया। यह वह दौर था जब यह खिलाड़ी लोगों के लिए भले ही गुमनामी के अंधेरे में खो गया लेकिन वास्तव में वह जोरदार वापसी की तैयारियों में जुटा था। इसी के बाद क्रिकेट जगत पहली बार गांगुली के जज्बे और इच्छाशक्ति से रूबरू हुआ। उन्होंने लॉर्ड्स में पहला टेस्ट मैच खेला। महान अंपायर डिकी बर्ड जब अपने अंतिम टेस्ट मैच के लिए उतर रहे थे तब दो दिग्गज बल्लेबाज़ गांगुली और राहुल द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में डेबू किया। बाद में द्रविड़ ने गांगुली के बारे में कहा था , ' यह ऑफ साइड का जबर्दस्त खिलाड़ी है। इसे ऑफ साइड का भगवान कह सकते हैं। ' गांगुली ने इस मैच में 131 रन बनाए , जो लॉर्ड्स में टेस्ट में डेबू करनेवाले किसी भी क्रिकेटर का उच्चतम स्कोर है।

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