Saturday, November 8, 2008

पुरोहित ने तीन अफसरों के नाम बताए

लेफ्टिनंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित ने पुलिस पूछताछ में मालेगांव धमाकों में कथित की बात कबूल ली है। सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ ने खुफिया सूत्रों के हवाले से इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पुरोहित ही धमाकों का मास्टरमाइंड था और उसी ने विस्फोटों के लिए आरडीएक्स और हथियार मुहैया कराए। पुरोहित पर शक उसकी फोन कॉल डिटेल के कारण हुआ। पुरोहित और धमाकों के सिलसिले में पहले से गिरफ्तार पूर्व सैन्यकर्मी रमेश उपाध्याय के बीच हुए टेक्स्ट मैसिजों का आदान-प्रदान ही पुरोहित की गिरफ्तारी के लिए अहम सबूत बना।
यहां तक कि ब्लास्ट की जांच शुरू होने के बाद पुलिस ने जब पहली बार कुछ लोगों को हिरासत में लिया तो पुरोहित ने उपाध्याय को मेसेज भेजा। मेसेज में लिखा था - द कैट इज आउट ऑफ द बास्किट। बाद में जब इस बात का खुलासा हुआ कि साध्वी प्रज्ञा ने पूछताछ के दौरान अहम खुलासा किया है, पुरोहित ने फिर से उपाध्याय को मेसेज भेजकर कहा कि - सिंह हैज संग। पुरोहित ने उपाध्याय को यहां तक बताया कि उन दोनों पर एटीएस नजर रखे हुए है, इसलिए अपना सिम कार्ड जल्द से जल्द बदल लें। एटीएस सूत्रों के मुताबिक मालेगांव धमाकों के पीछे पुरोहित ही मास्टरमाइंड था। कॉल डिटेल देखने के बाद पुरोहित ने यह बात कबूली। सूत्रों के मुताबिक पुरोहित ने विस्फोट अंजाम देने वालों को आरडीएक्स और हथियार भी सप्लाई किए थे। हालांकि पुरोहित ने यह नहीं बताया कि अभिनव भारत नाम के संगठन के पास हथियार कैसे पहुंच गए। ब्लास्ट केस में गिरफ्तार रमेश उपाध्याय और समीर कुलकर्णी ने भी पुरोहित से दिशानिर्देश मिलने की बात कबूली है।

No comments:

Post a Comment

आपकी टिप्पणी हमारे लिए बेहद खास है।
अत: टिप्पणीकर उत्साह बढ़ाते रहें।
आपको टिप्पणी के लिए अग्रिम धन्यवाद।