Thursday, December 25, 2008

कोई भी मैच देश से बड़ा नहीं


बल्ले की धमक से अक्सर सुर्खियां बटोरने वाले सचिन तेंडुलकर इस बार अपने बयान से ख़बर में हैं। भारत द्वारा पाकिस्तान दौरे को रद्द किए जाने पर सचिन तेंडुलकर ने कहा है कि कोई मैच या खेल देश से बड़ा नहीं होता है।
पाकिस्तान दौरा रद्द करने का फैसला सही
मसूरी में अपने परिवार के साथ क्रिसमस और नए साल की छुट्टियां बिता रहे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने कहा कि भारत द्वारा पाकिस्तान दौरा रद्द करने का फैसला बिल्कुल सही था। सचिन ने कहा कि मुंबई पर हुआ टेरर अटैक बहुत बड़ा हादसा था। ऐसे दिल दहलाने वाले हादसे के सामने किसी भी खेल या मैच की कोई बिसात नहीं है।

तब बेहद जज़्बाती हो गए थे
तेंडुलकर ने कहा कि हर खेल ऐसे हादसों के सामने छोटा है। गौरतलब है कि हाल ही में इंग्लैंड को चेन्नै टेस्ट में हराने के बाद सचिन तेंडुलकर ने शायद पहली बार क्रिकेट के मैदान पर खेल के इतर बात करते हुए कहा था कि यह जीत और उनकी शतकीय पारी मुंबई हादसे में शहीद हुए लोगों के नाम है। सचिन तेंडुलकर कॉमेंटेटर रवि शास्त्री से बात करते हुए तब बेहद जज़्बाती हो गए थे।

धौनी अच्छे कप्तान पर कामयाबी पूरी टीम की
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को एक बेहतरीन नेतृत्वकर्ता बताते हुए सचिन ने कहा है कि धोनी बेशक अच्छे कप्तान है मगर कामयाबी में उनकी टीम का भी महत्वपूर्ण योगदान है। 'क्रिकेट में इस साल भारत की कामयाबी का श्रेय धौनी की कप्तानी के साथ-साथ एक इकाई के रूप में टीम की कोशिशों को भी जाता है।'

गंभीर के खेल में निरंतरता
टीम के महत्वपूर्ण सदस्य बन चुके ओपनर गौतम गंभीर की तारीफ करते हुए सचिन ने कहा, 'गंभीर ने खुद को टीम का अहम खिलाड़ी साबित किया है। गंभीर ने इस पूरे साल बहुत अच्छी बल्लेबाजी की है। उन्होंने ऐसी फार्म दिखाई जिससे विपक्षी टीमों की नींद उड़ गई। उन्होंने अपने खेल में गजब की निरन्तरता बनाए रखी। उन्होंने जरूरत के मुताबिक आक्रामक और रक्षात्मक खेल का बखूबी प्रदर्शन किया।' गंभीर ने ढेरों रन बनाने के दौरान ठोस तकनीक और क्षमता का प्रदर्शन किया। टीम के सहयोगी उनकी क्षमताओं को जानते थे अब पूरी दुनिया उनकी कूवत से वाकिफ हो गई है।'

संन्यास के बारे में अटकलें लगाना बंद करें
सचिन ने अपने आलोचकों से कहा, 'वह मेरे संन्यास के बारे में अटकलें लगाना बंद करें। संन्यास के बारे में अपने फैसले से मैं खुद ब खुद अवगत करा दूंगा।' उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूं कि मुझसे संन्यास के बारे में तभी बात की जाए जब मैं यह समझूं कि संन्यास के लिए सही समय आ गया है। दूसरे लोगों को मेरे संन्यास लेने के बारे में अटकलें लगाने की कोई जरूरत नहीं है।'

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