Thursday, December 18, 2008

पाकिस्तान है आतंक का केंद्र-रश्दी


न्यूयॉर्क : पाकिस्तान को विश्व आतंकवाद का केंद्र बताते हुए प्रख्यात लेखक सलमान रश्दी ने इसके लिए इस्लामाबाद की कड़ी आलोचना की है कि वह मुंबई हमलों के आतंकवादियों के पाकिस्तानी होने से इंकार कर रहा है। एशिया सोसायटी में हो रही एक बहस में भाग ले रहे रश्दी ने कहा कि मुंबई में हुए आतंकी हमले हमलावरों की क्रूरता और उनसे निपटने में सरकार एवं सुरक्षा एजंसियों की नाकाफी कोशिशों के कारण बिल्कुल अलग हैं।
बहस के दौरान वक्ताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि आतंकवाद के सभी रास्ते पाकिस्तान की ओर जाते हैं। वक्ताओं ने संशय जाहिर किया कि इस्लामाबाद आतंकवादी समूहों का खात्मा करेगा। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद को यह स्पष्ट संदेश देना चाहिए कि आतंकवादी पाकिस्तान की जवाबदेही बनते जा रहे हैं और उनका खात्मा उसके अपने हित में है। बहस में आतंक के खिलाफ लड़ाई में सहयोग के लिए बिना शर्त अरबों डालर की मदद देने का अमेरिका की भी आलोचना हुई। वक्ताओं ने कहा कि परवेज मुशर्रफ सेना में अपने कार्यकाल के दौरान कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए लश्कर-ए-तैयबा को सहायता देने के जिम्मेदार थे। रश्दी ने कहा कि मुशर्रफ ने पश्चिमी देशों के सामने अपना पश्चिमी चेहरा पेश किया लेकिन चरमपंथियों के लिए वह मुल्ला ही थे।
मुंबई के आतंकी हमलों को कश्मीर, गुजरात दंगे और विवादास्पद बाबरी ढांचा ढहाए जाने से जोड़ने के लिए रश्दी ने अरुंधती राय की कड़ी आलोचना की। वक्ताओं ने कहा कि आतंकवादियों की सोच अलग होती है और वह दुनिया को मध्य युग में वापस ले जाना चाहते हैं। लेकिन उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि आतंकवादी हिंदू मुसलमानों में कड़ुवाहट पैदा करने और दंगे फैलाने में नाकाम रहे क्योंकि दोनों ही समुदायों ने मुंबई हमलों की निंदा की और इससे संयुक्त रूप से निपटने का संकल्प जताया। उन्होंने हमलों पर सरकार की प्रतिक्रिया को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि उन क्षेत्रों को मजबूत किया जाना चाहिए जहां खामियां पाई जाती हैं।
रश्दी ने इस बात पर भी संदेह जताया कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की सरकार आतंकवादियों पर नियंत्रण कर सकेगी। उन्होंने कहा कि जब जरदारी की पत्नी बेनजीर प्रधानमंत्री थीं तब कथित भ्रष्टाचार के कारण खुद जरदारी की विश्वसनीयता दांव पर लगी थी। रश्दी ने हंसते हुए कहा कि उन्हें मिस्टर 10 परसेंट कहा जाता था और फिर उन्हें 20 परसेंट कहा गया जिससे उनके कौशल का पता चलता है।

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