Friday, December 5, 2008

कहीं सूइसाइड न कर ले कसब


मुंबई में 26 नवंबर को हुए आतंकवादी हमलों में शामिल अजमल आमिर कसव पुलिस की गिरफ्त में है और मुंबई पुलिस को डर है कि कहीं वह जान न दे दे। हर समय उसके पास कोई न कोई रहता है, खाना भी चेक करने के बाद दिया जाता है।

कसव बार-बार पु्लिस से यही कहता है: मुझे मार दो। लेकिन पुलिस जिंदा रखने की पूरी कोशिश कर रही है। कसव को ऐसे कमरे में रखा गया है जिसमें पंखा, बेड या कोई ऐसी चीज नहीं है जिससे वह जिंदगी खत्म कर सके। क्राइम बांच उसे एक जगह ज्यादा समय तक नहीं रखती। क्राइम ब्रांच के एक अफसर के मुताबिक उसे जहां रखा जाता है, उस बारे में ठीक तरह कोई नहीं जानता है। उसके लिए जो खाना आता है, वह भी विश्वसनीय जगह से आता है।

उसे खाना तभी मिलता है, जब क्राइम ब्रांच के अफसर खुद वह खाना खाकर देख लेते हैं। एक पुलिसकर्मी 24 घंटे उसके पास रहता है। जब कभी वह जगा होता है, उसे बातचीत में लगाए रखने की कोशिश करता है। पुलि वालों को इस बात का भी डर है कि कहीं वह सांस रोककर जान न दे दे। हालांकि इस बात की संभावना कम बताई जा रही है। उसके शरीर पर सिर्फ अंडरगार्मन्ट ही छोड़े गए हैं। एक अफसर के अनुसार कपड़े इसलिए नहीं हैं कि कहीं वह उन्हें खा कर जान देने की कोशिश न कर बैठे।

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